भिलाई नगर रेलवे कॉलोनी में तीन दिन में एक बार आ रहा टैंकर, चारों तरफ पसरी है गंदगी

भिलाई। भिलाई नगर रेलवे स्टेशन कॉलोनी में पीने के पानी से लेकर सफाई व्यवस्था और कुपोषण सहित ढेर सारी समस्याएं हैं। भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन और रेलवे प्रशासन ने इस झुग्गी बस्ती को ’अवैध’ मानते हुए हमेशा उपेक्षित रखा है। वहीं नगर पालिका निगम भिलाई भी यहां ध्यान नहीं दे रहा। इससे यहां के लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। यहां महिलाएं एवं बच्चे कुपोषण का शिकार है। स्थानीय लोग आंगनबाड़ी की मांग लंबे समय से कर रहे हैं लेकिन अब तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई है। पिछले महीने एक गर्भवती महिला की मौत भी हो गई थी। जिसमें परिजनों का आरोप है कि पोषण आहार नहीं मिलने से गर्भवती महिला कमजोर हो गई थी और अस्पताल में मौत हो गई।
यहां के रहवासियों के मुताबिक नगर पालिका निगम और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते यहां के नागरिक नारकीय जीवन जीने मजबूर हैं। यहां की समस्याओं की वजह से लोगों का रोजमर्रा का जीवन यापन प्रभावित हो रहा है। यहां साफ पेयजल उपलब्ध नहीं है। बोर खराब हो चुके हैं और हैंडपंप टूटे पड़े हैं। नगर निगम का टैंकर तीन दिन में एक बार आता है। जिससे अपनी रोज की जरूरत के लिए लोगों को दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है।
नियमित सफाई नहीं होने से यहां हर तरफ गंदगी पसरी है। पूरा मोहल्ला में कचरा फैलने की वजह से बदबू से लोग परेशान हैं और घर-घर में लोग बीमार पड़ रहे हैं। आंगनबाड़ी की सुविधा नहीं होने से बच्चे महिलाएं कुपोषण का शिकार है। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय बूथ अध्यक्ष राजा सोनानी के साथ शशि सोनानी, अमृत निर्मलकर, पासपति देवी, दुरपति निर्मलकर, आरती यादव, विद्या यादव, सेवती बाई, लक्ष्मी, बुधियारिन, अर्चना देवांगन, कलश बाई, नवा दाई, प्रमिला, लाली और द्रौपदी व मीना बघेल ने शासन प्रशासन से उनकी बस्ती पर ध्यान देने की मांग की है।