
*ठेकेदार अजय चौरसिया के द्वारा फर्जी तरीके से कंपनी को भी धोखे में रख कर नाबालिक बालक से हेल्पर का कार्य लिया जा रहा था।*
रायगढ़। मुख्यालय के अंतर्गत ग्राम पंचायत गेरवानी में 08 /04/25 जिन बुधवार की रात्रि को करीबन 8:00 बजे गेरवानी पर स्थित सिंगल एंड ग्रुप की कंपनी सलासर स्टील एंड पवार फैक्ट्री में जहां एक मजदूर की हैवी डंपर पहिए के नीचे दब जाने के कारण उसकी अकाल मृत्यु हो गई जहां गाड़ी क्रमांक CG 11AV8975 यह है। एवं मृतक का नाम शमशादअली पिता रोशन अली उम्र 17 वर्ष पता ख़रसाटोला महमूदगंज बिहार निवासी बताया जा रहा है। वहीं शमशाद अली सालासर स्टील फैक्ट्री में हेल्पर का कार्य ठेकेदार अजय चौरसिया के अंदर में करता था। जिसकी अकाल मृत्यु ट्रेलर ड्राइवर के लापरवाही के कारण पहिए में दबने से हो गई जिसकी सूचना कंपनी प्रबंधन के द्वारा थाना पूंजी पथरा को दी गई। जहां उसे रायगढ़ मुख्यालय केजीएच हॉस्पिटल लाया गया और डॉक्टरों ने उसे उनके परिजनों के समक्ष मृत घोषित कर पोस्टमार्टम पंचनामा तैयार किया गया। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती क्योंकि आज सालासर कंपनी प्रबंधन के द्वारा मृतक के परिवार को सांत्वना देते हुए उनके परिवार को कंपनी के तरफ से कुछ सहायता राशि भी प्रदान किया गया लेकिन बात आज ठेकेदार अजय चौरसिया की है जहां ठेकेदार के द्वारा आज एक नाबालिक को बंधक बनाकर उससे हेल्पर का कार्य कराया जा रहा था क्योंकि मृत व्यक्ति का आधार कार्ड के हिसाब से उसकी उम्र 17 वर्ष ही हो रही हैं। जिसको आज प्रशासन नाबालिक मानती है। मृतक नाबालिक है। उस बात की पुष्टि तब हुई जिस वक्त सालासर स्टील फैक्ट्री में भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन काउंसलिंग के जिला अध्यक्ष पिंटू सिंह अपने संगठन के सदस्यों के साथ फैक्ट्री में घटना का संज्ञान लेने पहुंचे थे। जबकि ठेकेदार को मृतक नाबालिक है करके पहले से जानकारी है। फिर भी ठेकेदार के द्वारा कंपनी में नॉन टेक्निकल का कार्य कराया जा रहा था। जो दंडनीय अपराध के श्रेणी में आता है लेकिन सबसे बड़ी विडंबना की बात यह है की मृतक शमशाद अली की मृत्यु के बाद भी ठेकेदार अजय चौरसिया के द्वारा मृतक के परिवार को ना ही सूचना किया गया ना ही मृतक के परिवार को कोई अपने फंड से सहायता राशि प्रदान किया लेकिन सालासर कंपनी के मैनेजमेंट की द्वारा मृतक के परिवार को सहायता राशि भी प्रदान किया गया और मृतक के डेड बॉडी को सह सम्मान उसके मृतक के गृह ग्राम भेजा गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा अब देखना यह होगा कि पुलिस ठेकेदार एवं डंपर चालक के ऊपर क्या कार्रवाई करती है।
