
कवर्धा : कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज कवर्धा विकासखण्ड के दशरंगपुर और बिरकोना के हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परीक्षा की तैयारियों को लेकर विद्यार्थियों और शिक्षकों से विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता के लिए आवश्यक टिप्स दिए और कहा कि गहन अध्ययन और विषय की सही समझ ही बेहतर प्रदर्शन का आधार है।
दशरंगपुर हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा ग्यारहवीं के विज्ञान संकाय के छात्रों से कलेक्टर ने अब तक हुई पढ़ाई की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने बिरकोना हायर सेकेंडरी स्कूल में कला संकाय के अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के साथ मुद्रास्फीति, जीडीपी, बहुलक और औसत ज्ञात करने की विधियों पर गहन चर्चा की। कलेक्टर श्री वर्मा ने इन विषयों को सरल तरीके से समझाते हुए कहा कि विषयों को रटने के बजाय उनकी गहराई में जाकर समझना आवश्यक है, जिससे परीक्षा में प्रभावी उत्तर लिखे जा सकें।इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी श्री वाय डी साहू, सहायक संचालक श्री एमके गुप्ता परियोजना अधिकारी श्रीमती कृतिका सिंह उपस्थित थे। कलेक्टर ने दौरान दशरंगपुर के आगनबी क्रमांक एक का भी निरीक्षण किया।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बिरकोना के पूर्व माध्यमिक स्कूल में कक्षा आठवीं के छात्र-छात्राओं से भी चर्चा की। यहां बताया गया कि आज अर्धवार्षिक परीक्षा में अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। कलेक्टर ने विद्यार्थियों से उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली और परीक्षा की रणनीतियों पर उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि आत्मविश्वास और शांत मन से परीक्षा देना सफलता की कुंजी है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने विज्ञान, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी विषय के शिक्षकों से भी संवाद किया। उन्होंने शिक्षकों को सुझाव दिया कि पढ़ाई को सरल और व्यावहारिक बनाने पर जोर दें, जिससे छात्रों को विषय आसानी से समझ आए। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षण पद्धतियां ऐसी होनी चाहिए जो छात्रों को न केवल परीक्षा में बल्कि जीवन में भी सफलता दिला सकें।
परीक्षा की तैयारी में कलेक्टर की अहम सलाह
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने छात्रों को परीक्षा की तैयारी को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा में सफल होने के लिए गहराई से विषय को समझना बेहद जरूरी है। रटने की बजाय विषयों की मूल अवधारणाओं को समझने पर जोर देना चाहिए। नियमित अध्ययन और समय-समय पर पाठ्यक्रम की पुनरावृत्ति करना भी बेहतर तैयारी की कुंजी है। कलेक्टर ने बताया कि आत्मविश्वास और शांत चित्त से परीक्षा देना सफलता का सबसे बड़ा आधार है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी कठिनाई को शिक्षक से साझा करें और अपनी शंकाओं का समाधान जरूर करें। उन्होंने यह भी कहा कि अध्ययन के दौरान स्मार्ट तकनीकों का उपयोग करना, जैसे कि महत्वपूर्ण बिंदुओं को नोट करना और समय प्रबंधन पर ध्यान देना, परीक्षा की सफलता में सहायक होता है।
शिक्षकों के लिए कलेक्टर के सुझाव
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई को अधिक रोचक और व्यावहारिक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आपका अध्यापन ऐसी होनी चाहिए जो न केवल छात्रों की परीक्षा में मदद करें, बल्कि उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाने में सहायक हों। कलेक्टर ने शिक्षकों को सलाह दी कि छात्रों को विषयों को समझने में मदद करें, न कि केवल रटने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि छात्रों को हर विषय का व्यावहारिक उपयोग समझाने से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अधिक गहराई से विषय को समझ सकेंगे। शिक्षकों को बच्चों की समस्याओं को ध्यान से सुनने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।